बिहार गंगा की अविरलता को राष्ट्रीय मुद्दा का बहस बनाएगा|ये बातें राज्य के जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कही है|उन्होंने कहा कि गंगा में गाद समस्या का निराकरण करने की पहल शुुरु होने तक बिहार का संघर्ष जारी रहेगा|इसको लेकर दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन कराने की बात भी उन्होंने कही|जल संसाधन मंत्री ने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से बिहार सरकार केंद्र सरकार से बिहार को गंगा के पानी का उपयोग करने में छूट देने की मांग करेगी|उन्होंने कहा कि 18 और 19 मई को होने वाले इस सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे|इस सम्मेलन में राष्ट्रीय स्तर के विषेशज्ञ अपनी राय देंगे|गंगा के किनारे वाले राज्य यूपी,उत्तराखंड,पश्चिम बंगाल और झारखंड के पांच-पांच विधायक भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे|इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने संबंधित राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों को पत्र भी लिखा है|
ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले पर प्रधानमंत्री से मुलाकात भी की थी लेकिन अभी तक कोई पहल शुुरु नहीं हो सकी|जल संसाधन मंत्री ने इस मौके पर गंगा में गाद की समस्या भी उठाई और कहा कि भागलपुर से फरक्का तक की 172 किलोमीटर की दूरी तय करने में गंगा के पानी को चार दिन क्यों लगता है,जबकि बक्सर से पटना तक की 102 किलोमीटर की दूरी पानी चार घंटे में तय करती है|उन्होंने कहा कि फरक्का बांध की डिजाइन मात्र 27 लाख घनसेक डिस्चार्ज का है,जबकि बिहार में राजेंद्र सेतु का डिस्चार्ज 30 लाख घनसेक है|ललन सिंह ने कहा कि गंगा में गाद के चलते बिहार में बाढ़ की समस्या बढ़ती जा रही है|