नई दिल्ली। सवर्ण आरक्षण जिसको लेकर हर तरफ एक चर्चा चल रही थी। वो बिल अब दोनों सदनों में पास हो गया है। जिसका सबसे ज्यादा फायदा सामान्य वर्ग और पिछडें वर्गों को मिलेगा। मंगलवार को लोकसभा में दो-तिहाई से ज्यादा बहुमत से पारित होने के बाद बुधवार को राज्यसभा में इस बिल पर लंबी चर्चा हुई और यहां से भी संविधान में 124वें संशोधन को हरि झंडी मिल गई है। जिससे आरक्षण का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है।
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आपको बता दें कि, इससे पहले सपा के राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने इसको लेकर अपनी राय रखी थी। जिसका जवाब अमित शाह ने बहुत सोच समझकर दिया। उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि, मेरिट में कोई भी गरीब बच्चा आ सकता है। चाहे वो दलित हो या फिर आदिवासी। अमित शआह के इस तर्क पर रामगोपाल यादव ने कहा कि, ऐसे तो फिर संख्या और कम हो जाएगी। रामगोपाल यादव के इसी बिंदु पर अमित शाह ने कहा कि बढ़ाएंगे…बढ़ाएंगे….
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मोदी सरकार द्वारा संसद में लाए गए 124वें संविधान संशोधन विधेयक में आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग को अतिरिक्त 10% आरक्षण प्रदान करने का निर्णय ऐतिहासिक है। यह देश के एक बड़े वर्ग के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक मजबूत कदम है: श्री @AmitShah pic.twitter.com/1nCGT2HxQk
— BJP (@BJP4India) January 8, 2019
अमित शाह के इस बयान को रामगोपाल यादव ने मानो कैच कर लिया और तुरंत हंसते हुए अमित शाह से कहा कि जब जवाब दें तो बताइएगा कि दायरा बढ़ाएंगे।
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शाह-रामगोपाल में हुई बहस
सदन में चर्चा के दौरान अमित शाह और रामगोपाल यादव के बीच बहस भी देखने को मिली. दरअसल, रामगोपाल यादव ने कहा कि जिन गरीबों को फायदा पहुंचाने की बात सरकार कर रही है, उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा। उन्होंने इसके पीछे तर्क देते हुए कहा कि मेरिट का आंकड़ा आपने छोटा कर दिया और संख्या को बढ़ा दिया। इस पर अमित शाह ने जवाब दिया कि जब आप मुस्लिम आरक्षण की बात करते हैं तो क्या तब मेरिट की संख्या कम नहीं होती।
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