भोजपुर: आरा में सटे चंदवा गांव मे होने वाले भव्य चातुर्मास यज्ञ की तयारियाँ जोरों पर है। यज्ञ के व्यस्थापक का कहना हैं कि यह यज्ञ एशिया का सबसे बडा़ यज्ञ हैं। यज्ञ में देश-विदेश की बड़ी-बड़ी हस्तियां को आने का न्योता दिया गया हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य योगीनाथ व टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग जैसे नाम शामिल हैं । यज्ञ में कुल 1008 कुण्ड़ो की व्यवस्था की जा रहीं हैं। फिलहाल प्रवचन का कार्यक्रम चल रहा है, जिसमे रोजाना हजारों श्रद्धालु प्रवचन सुनने आ रहे हैं ।
स्वामी ने कन्याओं के विषय पर बात रखते हुए कहाँ की कन्याओं का शिक्षा के साथ-साथ विवाह समय पर करना अत्यंत आवश्यक हैं। शिक्षा के नाम पर लड़कियों की शादी बहुत दिनों तक टालना उचिता नहीं हैं। यह प्रकृति और मर्यादा के खिलाफ है विवाह योग्य कन्याओं की शादी नहीं करने पर उस परिवार के पिता, भाई और चाचा आदि को पाप प्राप्त होता है। विवाह-समय रहते ना करने के कारण परिवार का संस्कार प्रभावित होता है, जिससे समाज दूषित होता हैं।
उपरोक्त बातें श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी ने आरा के चंदवा ज्ञान-यज्ञ में प्रवचन करते हुये कहाँ हैं । श्री जीयर स्वामी ने भागवत कथा के पांचवें स्कंध में प्रियव्रत महाराज द्वारा अपनी पुत्री उर्जस्वति का विवाह शुक्राचार्य जी से किये जाने के चर्चा के क्रम में कहा कि विवाह के योग्य कन्याओं की शादी समय पर करनी चाहिये। वर्तमान समय में सरकार के मानक आयु 18 से 25 साल के अन्दर अपनी कन्याओं की शादी अवश्य कर देनी चाहिये। अन्यथा संस्कार और संस्कृति प्रभावित होती है। समय से विवाह नहीं होेने पर अमिभावकों के समक्ष भी योग्य वर चयन की समस्या एवं समाज में उपाहास की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। पुत्र-पुत्री की समयोचित शादी गृहस्थ जीवन का प्रमुख दायित्व भी है।