नई दिल्ली। यूरोपियन यूनियन ने गूगल पर 3.4 लाख करोड़ रूपये का ऐंटीट्रस्ट फाइन लगाया है। यह फाइन गूगल पर गैरकानूनी तरीके से एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर अपने ऐप्स की पहुंच बढ़ाने को लेकर लगाया गया है। यूरोपीय यूनियन के कमिश्नर मारग्रेथ वेस्टेजर ने कहा, ‘गूगल ने ऐंड्रॉयड का इस्तेमाल अपने सर्च इंजन को मजबूत करने के लिए किया है।
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गूगल का गैरकानूनी काम
यह यूरोपीय यूनियन के ऐंटीट्रस्ट नियमों के हिसाब से गैरकानूनी है।’ उन्होंने कहा, ‘गूगल को 90 दिनों के भीतर इसे बंद कर देना चाहिए वरना उसे अल्फाबेट से होने वाली आमदनी का 5 प्रतिशत रोज जुर्माने के तौर पर भरना पड़ेगा।’
गूगल के सीइओ ने दिया ये जवाब
वहीं दूसरी ओर इस जुर्माने को लेकर गूगल के सीईओ का बयान सामने आया है। उन्होंने यूरोपियन यूनियन के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा, कि उन्होंने इस तथ्य को दरकिनार किया है कि, गूगल का एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम ऐपल के iOS ऑपरेटिंग सिस्टम से टक्कर लेता है। गूगल के इस ब्लॉगपोस्ट पर सुंदर पिचाई का एक आर्टिकल है जिसकी हेडिंग ये है कि एंड्रॉयड ने ज्यादा ऑप्शन दिए हैं, कम नहीं।
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आपको बता दें कि, यूरोपियन यूनियन ने गूगल को इस बिजनेस प्रैक्टिस को बदलने के लिए 90 दिनों का समय दिया है।