दीपिका से सलमान तक, ये वो मौके जब स्टार्स का किया गया बहिष्कार

by Mahima Bhatnagar
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नई दिल्ली। बॉलीवुड आजकल कट्टरपंथीयों का सॉफ्ट टारगेट बन गया है। जिसके कारण ज्यादातर बॉलीवुड स्टार्स अपना पॉलिटिकल ओपिनियन लोगों के सामने नहीं रखते। कई बॉलीवुड स्टार्स ऐसे हैं जिनके खिलाफ फतवे जारी किए गए, कई स्टार्स की फिल्में रिलीज होने से रोकी गई। राइट विंग, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और करणी सेना कई बार फिल्मों का बहिष्कार करती नजर आई है। जिसके कारण फिल्म इंडस्ट्री को काफी नुकसान झेलना पड़ा है।

दीपिका पादुकोण की फिल्म का बहिष्कार

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हाल ही में दीपिका पादुकोण जेएनयू में छात्रों के बीच साइलेंट प्रोटेस्ट करती नजर आई। जिसके बाद वो सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल हुई। इस प्रोटेस्ट के कारण इनकी आने वाली फिल्म छपाक का लोगों ने बॉडकॉट करना शुरू कर दिया।

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दीपिका पादुकोण को छपाक से पहले भी फिल्म पद्मावत और गोलियों की रासलीला: रामलीला को लेकर विवाद का सामना करना पड़ा था। पद्मावत के खिलाफ करणी सेना ने हिंसक प्रदर्शन किए थे, इसके अलावा संजय लीला भंसाली पर करणी सेना ने हमला भी किया था। उनकी पिछली फिल्म रामलीला का नाम बदलकर भी गोलियों की रासलीला: रामलीला रखा गया था क्योंकि राइट विंग संस्थानों ने इसे हिंदू आस्था के खिलाफ बताया था।

सलमान खान

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यूं तो सलमान खान पीएम मोदी के साथ पतंग उड़ाते हुए नजर आ चुके हैं, और खास बात ये है कि, उनके पिता के साथ पीएम मोदी के संबंध भी अच्छे हैं। लेकिन हालिया समय में उनके शो बिग बॉस को लेकर प्रदर्शन तेज हुए। करणी सेना समेत कुछ लोग सलमान के इस शो के कंटेंट को आपत्तिजनक बता चुके हैं और इस शो को बैन करने की मांग भी हुई। जिसके बाद सलमान खान के घर की सुरक्षा बढ़ाई गई थी।

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शाहरुख खान

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बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान को शिवसेना और कुछ राइट विंग संस्थाओं के आक्रोश झेलना पड़ा था। क्योंकि उन्होंने आईपीएल में पाकिस्तान के खिलाड़ियों को खिलाने की पैरवी की थी। इसके अलावा उनकी फिल्म माई नेम इज खान पर भी काफी बवाल हुआ था। शाहरुख ने अपने 50वें बर्थ डे पर देश में असहिष्णुता को लेकर सवाल उठाए थे जिसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में बजरंग दल और वीएचपी जैसी राइट विंग संस्थानों ने उनकी फिल्म दिलवाले को रिलीज ना होने की धमकी दी थी।

आमिर खान

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आमिर खान ने 2006 में जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहीं एक्टिविस्ट मेधा पाटेकर का समर्थन किया था। मेधा उस समय गुजरात सरकार के एक फैसले का विरोध कर रही थी जिसमें ये कहा गया था कि सरदार सरोवर बांध की लंबाई बढ़ाई जाएगी। उस दौरान आमिर की फिल्म रंग दे बसंती रिलीज होने वाली थी और वे अपनी पूरी टीम के साथ मेधा का समर्थन करने पहुंचे थे.।आमिर की नर्मदा बचाओ आंदोलन में सक्रियता देखकर कई लोग हैरान हुए थे।

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इससे पहले आमिर ने साल 2002 में गुजरात दंगों को लेकर कहा था कि एक चीफ मिनिस्टर होने के नाते मोदी स्थिति को अपने काबू में नहीं कर पाए।उनके इस विवादित बयान के बाद गुजरात में साल 2006 में आई उनकी फिल्म फना को अनाधिकारिक रुप से बैन कर दिया गया।

नवाजुद्दीन सिद्दीकी

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नवाजुद्दीन सिद्दीकी अपने गांव बुधाना में रामलीला प्रोग्राम में शामिल होने गए थे लेकिन वहां मौजूद कुछ राइट विंग एक्टिविस्ट्स ने उनका इस मामले में विरोध किया था। इसके बाद नवाज को अपना प्रोग्राम कैंसल करना पड़ा था। इस पर नवाजुद्दीन ने कहा था कि मुझे ये बताया गया कि गांव में शांति की बहाली के लिए ये बेहतर होगा कि वे इस कार्यक्रम में ना पहुंचे। नवाज ने ये भी कहा था कि उनका रामलीला में परफॉर्म करना एक सपना है और वे इसके लिए फिर प्रयास करेंगे।

करण जौहर

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करण जौहर की फिल्म माई नेम इज खान को लेकर शिवसेना समर्थकों ने ऐतराज जताया था और फिल्म को लेकर बवाल हुआ था हालांकि बाद में गुजरात सीएम मोदी ने उनकी फिल्म को गुजरात में रिलीज कराने में मदद की थी। इसके अलावा फिल्म ऐ दिल है मुश्किल की रिलीज के दौरान भी उन्हें जबरदस्त प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा था क्योंकि उस फिल्म में पाक कलाकार फवाद खान शामिल थे। करण को ये भी कहा गया था कि उन्हें 5 करोड़ रुपए आर्मी के लिए डोनेट करने चाहिए जिसके बाद करण ने ऑनस्क्रीन माफी भी मांगी थी।