नई दिल्ली। बजट का विषय जब भी उठता है तो लोगों को सबसे पहले एक ही बात का इंतजार होता है कि, इस बार के बजट में हमारे लिए क्या होगा खास। ऐसा सरकार बजट में क्या बदलाव करेगी जिसका फायदा आम आदमी को भी मिलेगा। 2021-22 का बजट की तैयारी सरकार ने कर ली हैं। अब सिर्फ ये जानने की बात है कि इस बार बजट में क्या होगा खास। उम्मीद लगाई जा रही है कि, ये बजट 1 फरवरी को पेश किया जा सकता है।
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खर्च और निवेश बढ़ाने के उपाय
रेवेन्यू जनरेट करने के लिए सरकार प्रॉपर्टी की बिक्री पर कैपिटल टैक्स बढ़ा सकती है। हालांकि इनमें कुछ ढील से निवेश और बचत को प्रोत्साहन मिल सकता है।
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पर्सनल टैक्स
आम आदमी के हाथ में इनकन बढ़ाने के लिए टैक्स एक्सपर्ट्स ने टैक्स छूट की सीमा बढ़ाने का सुझाव दिया है। उनका कहना है कि इसे 2.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 3.5 लाख रुपये से 5 लाख रुपये के बीच किया जाना चाहिए। साथ ही टैक्स स्लैब्स में भी बदलाव किए जाने चाहिए।
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कोरोना सेस
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए 130 करोड़ लोगों पर वैक्सीन लगाने का खर्च 50,000 से 60,000 करोड़ रुपये तक आ सकता है। वित्त मंत्री को अतिरिक्त संसाधनों से यह राशि जुटाने के लिए उपाय करने होंगे। इस वित्त वर्ष के दौरान देश का राजकोषीय घाटा जीडीपी के 7 फीसदी से अधिक रहने का अनुमान है। पिछले साल के बजट में इसके 3.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया था। इसलिए संभव है कि सेस के रूप में टैक्सपेयर्स को ही इसका खर्च उठाना पड़ सकता है।
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इम्पोर्ट ड्यूटीज
सरकार सस्ते आयात से लोकल इंडस्ट्री को बचाने के लिए आयात शुल्क लगाती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार इस बजट में कम से 50 आइटम्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने पर विचार कर सकती है। इनमें स्मार्टफोन, इलेक्टॉनिक्स कंपोनेंट्स और अप्लायंसेज शामिल हैं। हालांकि ऐसे साल में जब लोगों का रोजगार और इनकम प्रभावित हुई है, इससे उपभोक्ताओं की खर्च करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
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अब देखने वाली बात ये है कि सरकार आम आदमी की उम्मीदों पर खरी उतर पाती है या नहीं। क्योंकि कोरोना महामारी के साथ इतने लंबे समय ने लोगों के बजट को हिला कर रख दिया है। जिसके कारण लोगों को दोबारा खड़े होने पर काफी समय लगा है। ऐसे में सरकार द्वारा जारी इस बजट में उम्मीदें कई हैं लोगों की। अब वो उम्मीद कितनी पूरी होगी ये देखना होगा।