नई दिल्ली। चीन से निकले इस वायरस ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। इस वायरस के कारण लोगों को अपने घरों में कैद होने पर मजबूर होना पड़ा है। अगर बात करें कोरोना से मरने वालो की संख्या के बारे में तो अबतक कोरोना से मरने वालों की संख्या दुनियाभर में 39 हजार का आंकडा पार कर चुकी है।
भारत में पहुंची मरीजों की इतनी संख्या
चीन से शुरू हुआ ये वायरस देखते ही देखते भारत भी आ पहुंचा। इस समय भारत में संक्रमित होने वालों की संख्या 1500 के पार पहुंच गई है। तो वहीं 41 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। बाकि देशों के मुकाबले भारत में कोरोना ता संक्रमण फैलने की दर कम है, पर स्थिति चुनौतीपूर्ण है। देश के लगभग सारे राज्य ही इस वायरस की चपेट में आ गए हैं।
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वुहान से शुरू हुई इस वायरस की शुरूआत
वुहान का नाम तो याद होगा आपको। चीन का वही शहर जहां से निकल कर कोरोना ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। अब ठीक उसी कोरोना की तरह दुनिया के कई शहर भी धीरे-धीरे वुहान बनते जा रहे हैं। फिर चाहे वो इटली का शहर लोम्बार्डी हो, स्पेन की राजधानी मेड्रिड, लंदन या फिर न्यूयार्क। ये वो शहर हैं, जहां कोरोना ने सबसे ज्यादा लाशें बिछाई हैं, पर खतरे की ये बात ये है कि बस यही अकेले चंद ऐसे शहर नहीं हैं. बल्कि कोरोना की वजह से लगातार चीन के बाद दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में नए-नए वुहान शहर पैदा हो रहे हैं।
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कोरोना के आंकड़े बता रहे हैं कि दुनिया की सांसें अटकी हैं। और हालात बता रहे हैं कि हर देश कोरोना के कहर की कहानियां सुन-सुनकर दहला हुआ है। ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि दुनिया अगले कुछ महीनों में किस करवट बैठेगी, और अगर इस महामारी का इलाज नहीं मिला तो दुनिया का हुलिया अगले दो चार महीने बाद क्या होगा। क्योंकि बात अब हाथ से निकल चुकी है। दवा बन भी गई तो वो उतने लोगों तक नहीं पहुंच पाएगी. जितने नए मामले रोजाना की तादाद से बढ़ रहे हैं। और मौजूदा आंकड़े बताते हैं कि 10 मार्च के बाद से हर रोज औसतन 1 हजार लोग कोरोना की चपेट में आकर अपनी जान गंवा रहे हैं।