नई दिल्ली। नए साल की शुरूआत के साथ विधानसभा चुनाव का आगाज भी हो गया है। 2020 में कई ऐसे राज्य हैं जहां विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। जिसकी तैयारियां राजनीतिक पार्टियों ने शुरू कर दी है। चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही पार्टियों में हलचल तेज हो गई थी। किसी ने अपने केंडिडेट का चयन करना शुरू कर दिया था, तो किसी ने जनता से किए गए वादे पर कैसे खरा उतरा जाए उस योजना पर काम करना शुरू कर दिया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, ये तैयारियां किन राज्यों में की जा रही हैं। ये सारी तैयारियां दिल्ली और बिहार में की जा रही हैं। क्योंकि यहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
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दिल्ली में विधानसभा चुनाव
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। दिल्ली में 8 फरवरी को चुनाव होने हैं, और 11 फरवरी को मतगणना। जिसके लिए राजनीतिक पार्टियां तैयार हो गई है। नामांकन भर दिया गया है। कौन सी पार्टी का कैंडिडेट कहां से चुनाव लड़ेगा इसकी घोषणा भी हो गई है। दिल्ली में 70 सीटों पर विधानसभा के चुनाव होने हैं। जिसके लिए कड़ी मेहनत जारी है। आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस ने एक दूसरे को जोरदार टक्कर देने की तैयारी कर ली है। दिल्ली की कई जगह तो ऐसी भी है जहां पर कई कैंडिडेट ऐसे हैं जो अपने सामने वाली पार्टी को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में जुट गए हैं। जहां एकतरफ आम आदमी पार्टी जी जान लगाकर जीतने की कोशिश में जुटी है वहीं बीजेपी और कांग्रेस उसे टक्कर देने में पीछे नहीं हट रही है। अब देखना ये होगा कि इस बार दिल्ली में किसकी बनेगी सरकार।
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बिहार में विधानसभा चुनाव
दिल्ली के बाद बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं। जिसको लेकर खींचतान जारी हो गया है। बिहार में 243 सीटों पर चुनाव लड़े जाएंगे। अभी चुनाव की डेट घोषित नहीं की गई है। लेकिन चुनावी रण में देखी जाने वाली गर्मी दिखाई देनी शुरू हो गई है। कभी कैंडिडेट को लेकर लड़ाई तो कभी चुनावी मुद्दों को लेकर झगड़ा दिखाई दे रहा है। जदयू, एनडीए, बीजेपी और आरजेडी किसी ने भी चुनावी रण को जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस बार हर कोई बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाना चाहता है। अब देखना ये होगा की जनता किसको अपना कीमती वोट देकर जीत का हकदार बनाती है।
फिलहाल इस समय दिल्ली की सीट को जीतने में राजनीतिक पार्टियां अपना दमखम दिखा रही हैं। लोगों से किए गए वादों को पूरा कर वोट की अपील कर रही है। फ्री बिजली, पानी, सरकारी स्कूलों को प्राइवेट की तरह बनाना, स्वच्छता, भष्ट्राचार इन सभी मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान में उतर रही है। अब दिल्ली की सत्ता पाने का सपना किसका पूरा होगा, उसका पता 11 फरवरी को लगेगा।