नई दिल्ली। 1 महीने से ज्यादा गुजर गया समय। लेकिन लोगों का सीएए को लेकर प्रदर्शन करना बंद नहीं हो रहा है। इसकी आग आज भी लोगों के जहन में जिंदा है। सीएए को लेकर 15 जनवरी को शाहीन बाग में प्रदर्शन जारी हुआ था, जो आज भी जारी है। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि, ये प्रदर्शन का हिस्सा महिलाएं और बच्चे बने हैं। जो ना जाने कितने दिनों से शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे हैं।
शांतिपूर्ण तरीके से हो रहा है प्रदर्शन
शाहीन बाग में हो रहा प्रदर्शन काफी समय से चल रहा है, जिसको शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है। महिलाएं सीएए के खिलाफ इंकलाब का नारा बुलंद कर रही हैं। इन महिलाओम की इच्छाशक्ति से प्रेरणा लेकर देश में लगभग 24 जगहों पर महिलाएं ने 24 घंटे 7 दिन प्रदर्शन शुरू कर दिया है, और सीएए को किसी भी हाल में स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।
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9 राज्यों में प्रदर्शन जारी है प्रदर्शन
मिली जानकारी के अनुसार, इस वक्त शाहीन बाग की तर्ज पर ही देश के लगभग 9 राज्यों में प्रदर्शन हो रहा है। ये राज्य हैं पंजाब, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल।
पटना का सब्जी बाग बना शाहीन बाग
बिहार के मुंगेर में सीएए के खिलाफ 5 दिनों से प्रदर्शन चल रहा है। झारखंड की राजधानी रांची में भी 2 दिनों से सीएए के खिलाफ महिलाओं ने आवाज बुलंद कर रखी है। पटना का सब्जी बाग भी इस इलाके का दूसरा शाहीन बाग बन गया है। यहां 12 जनवरी से स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। आए दिन राजनीतिक पार्टियों के नेता यहां हाजिरी लगाते हैं। मंगलवार को यहां CPI नेता पहुंचे और 25 जनवरी को पूरे बिहार में मानव श्रृंखला बनाने का ऐलान किया। इसके अलावा बिहार के, गया, बेगूसराय, सहरसा शहर में भी शाहीन बाग खड़ा हो गया है।
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औरंगाबाद में 14 दिनों से डटी हैं महिलाएं
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 14 दिनों से जबकि अमरावती में 9 दिनों से महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। औरंगाबाद में सीएए के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला गया। जिसमें छोटे बच्चे भी आजादी का नारा बुलंद करते हुए नजर आए।
प्रयागराज में हवन के साथ प्रदर्शन
लखनऊ में महिलाओं का विरोध 7वें दिन में प्रवेश कर गया है। यहां पर तो पुलिस ने प्रदर्शनकारी महिलाओं पर सख्ती दिखाई। केस दर्ज कर दिया. फिर भी ये महिलाएं पीछे नहीं हटीं। प्रयागराज में भी शाहीन बाग जैसा प्रदर्शन चल रहा है। खास बात ये है कि मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान यहां हवन किया गया। मंत्र पढ़े गए। मुस्लिम महिलाएं भी इसमें शामिल हुईं। यूपी के कानपुर, एटा, इटावा, अलीगढ़ में भी सीएए के खिलाफ गोलबंदी हो गई है और महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं।
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गुजरात के अहमदाबाद के रखियाल इलाके में कई दिनों से सीएए का विरोध हो रहा है। महिलाओं का कहना है कि जबतक सीएए को मोदी सरकार वापस नहीं लेती है। धरना जारी रहेगा।