भारत 15 अगस्त 2019 को अपना 73 व स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। यह वह दिन है जिस दिन भारत ब्रिटिश राज्य से मुक्त होकर आज़ाद हुआ था तथा यह वह दिन भी है जब भारत दो हिस्सों -आज़ाद भारत और पाकिस्तान में बटा था। स्वतंत्रता दिवस के दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले झंडे फेहराते है तथा देश को संबोधित करते हैं और सेना के जवान लाल किले पर मार्च करते हैं। 15 अगस्त 1947 को देश को आज़ादी मिली और जवाहर लाल नेहरू आज़ाद देश के प्रथम प्रधानमंत्री बने। देश की आज़ादी के अर्धरात्रि को प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने अपने भाषण में कहा “आधी रात के समय जब संपूर्ण विश्व सो रहा होगा, तब भारत स्वतंत्रता और जीवन के लिए जागेगा।”
भारत के स्वतंत्रता दिवस के इतिहास पर नज़र डाला जाये तो 4 जुलाई 1947 को भारतीय स्वतंत्रता विधेयक ब्रिटिश हाउस ऑफ़ कॉमन्स में पेश हुआ था और एक ही पखवाड़े के अंतर्गत इसे पास कर दिया गया था तथा इसी के साथ भारत में ब्रिटिश शासन का अंत हुआ। माउंटबेटन प्लान के तहत मुस्लिम लीग और कांग्रेस की मांगों को संज्ञान में लेते हुए 14-15 अगस्त 1947 को दो देशों पाकिस्तान तथा भारत का निर्माण हुआ। ब्रिटिश शासन ने देश को आज़ाद तो किया परन्तु देश टुकड़ों में था। उस समय देश के करीब 565 के आस पास प्रिंसली स्टेट थे जिन्हे यह आज़ादी थी की वे या तो पाकिस्तान या भारत मिल सकते हैं या फिर आज़ाद रह सकते हैं। इंस्ट्रूमेंट ऑफ़ अक्सेशन, लीगल डॉक्यूमेंट के माध्यम से सभी प्रिंसली स्टेट का भारत देश में विलय किया गया और संपूर्ण भारत को एक किया गया।
भारत का इस बार का 73 व स्वतंत्रता दिवस कुछ ख़ास होगा क्यूंकि इस बार संपूर्ण देश में एक ही झंडा तिरंगा फेहरेगा। आज़ादी के बाद पहली बार जम्मू और कश्मीर में भारतीय तिरंगा फेहरेंगा और भारतीय जनता पार्टी ने इस इवेंट को जश्न ए आज़ाद के नाम से घोषित किया है । 73 वे स्वतंत्रता दिवस बनारस हिन्दू युनिवर्सिर्टी पेपरलेस रहेगा। यह स्वतंत्रता दिवस देश में कई बड़े और छोटे बदलाव और खुशहाली लाएगा।