नई दिल्ली। कोरोना वायरस के भारत में अब तक 9 मामले सामने आए हैं। जिसको देखते हुए भारत सरकार अलर्ट हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसको लेकर मंगलवार को एक बैठक की जिसमें उन्होंने इस मुद्दे को उठाया, और लोगों से अपील की घबराए नहीं, इस समस्या को जल्द से जल्द कंट्रोल कर लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने लोगों को एहतियात बरतने की अपील की। वहीं दूसरी ओर स्वास्थय मंत्रालय ने 5 देशों के लिए ट्रैवल अडवाइजरी भी जारी की है।
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ITBP के सेंटर भेजे गए इटली के नागरिक
इटली से आए 21 नागरिकों को दिल्ली के छावला में मंगलवार दोपहर को आईटीबीपी के क्वारनटाइन फेसिलिटी में रखा गया है। इनके अतिरिक्त तीन भारतीयों को भी सेंटर में रखा गया है। उन सभी के सैंपल कलेक्ट कर लिए गए हैं, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
दिल्ली के अस्पताल पूरी तरह से हैं तैयार
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना का पहला मामला सामने आने से यहां के लोगों में दहशत फैल गई है। हर कोई इससे बचने के लिए तरह-तरह के तैयारियां कर रहा है। वहीं दिल्ली के जितने भी बड़े अस्पताल हैं उन्होंने भी इस वायरस से लोगों को बचाने की पूरी तैयारी कर ली है। वो अपनी ओर से पूरी तैयारी कर चुके हैं। इतना ही नहीं इसका मामला नोएडा में भी सामने आया है जिसको लेकर और ज्यादा तैयारी की गई है। साथ ही 1000 से ज्यादा कंपनी को नोटिस भेज दिया गया है कि, कंपनी को सेनेटाइज किया जाए।
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5 सबसे अधिक प्रभावित देशों को जारी की गई ट्रैवल अडवाइजरी
स्वास्थय मंत्रालय ने मंगलावर को कोरोना के मामले ज्यादा ना बड़े इसके लिए 5 देशों के वीजा निलंबित कर दिए हैं। जैसे-ईरान, इटली, दक्षिण कोरिया और जापान। इस सभी देशों के लोगों को भारत में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। परामर्श में कहा गया है कि जिन लोगों के भारत की यात्रा करने के न टाल सकने वाले कारण हैं वे भारतीय दूतावास या वाणिज्य दूतावास से संपर्क कर सकते हैं।
इससे पहले चीन के नागरिकों को 5 फरवरी या उससे पहले जारी नियमित वीजा या ई-वीजा को निलंबित किया गया था। यह अभी भी लागू रहेगा। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अधिकारियों, ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड धारकों व इन देशों के विमान चालक दल सदस्यों को देश में प्रवेश करने पर लगी रोक में छूट दी गई है। भारत आने पर उन्हें जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा।
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आपको बता दें कि, इस वायरस के कारण चीन को काफी नुकसान झेलना पड़ा है। अब वहां बस इस वायरस से लोगों को बचाने की तैयारी चल रही है। क्योंकि वहां पर 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, और ना जानें कितने लोग अभी भी इससे पीड़ित हैं जिनका इलाज चल रहा है।