गाजियाबाद के एक मदरसे में 10 साल की बच्ची से बलात्कार मामले में पुलिस ने 34 वर्षीय मौलाना को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने एक किशोर अपराधी को पहले ही गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार मौलवी मदरसे में बच्ची के साथ बलात्कार होने की बात जानता था। पुलिस ने मौलवी के साथ पॉस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने कहा कि घटना की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी जाएगी। उधर मौलवी के गिरफ्तार होने के बाद गुस्साए लोगों ने उसके घर में काफी तोड़फोड़ की है।
बता दें कि पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर में रहने वाली एक 10 साल की बच्ची 21 अप्रैल को अचानक गायब हो गई थी। परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। पुलिस ने काफी छानबीन के बाद बच्ची को 22 अप्रैल को गाजियाबाद के एक मदरसे से बरमाद किया। मेडिकल जांच में बच्ची के साथ रेप की बात सामने आई। बच्ची से रेप की खबर पर पूरे इलाके में हंगामा मच गया। पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग को गिरफ्तार किया और मदरसे के मौलवी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया।
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छानबीन के बाद पता चला कि आरोपी मौलवी ने मामले में घोर लापरवाही बरती। 24 घंटे से अधिक समय तक मासूम को मदरसे में छिपाकर रखा गया था, लेकिन बावजूद इसके उसने न तो मासूम के परिजनों और न ही पुलिस को इसकी सूचना दी। मामले में अन्य लोगों की भूमिका की छानबीन की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, भारी विरोध प्रदर्शन के बीच बृहस्पतिवार को अपराध शाखा की टीम गाजियाबाद में हिंडन विहार स्थित मदरसे में जांच के लिए गई थी। जांच के बाद मदरसे के मौलवी गुलाम शाहिद से पूछताछ की गई। जांच के बाद मौलवी की लापरवाही पाई गई।
दूसरी तरफ, गुस्साए लोगों ने मौलवी के घर में जमकर तोड़फोड़ की। पीड़िता का परिवार न्याय की मांग को लेकर पुलिस आयुक्त से भी मिला। परिवार का कहना है कि उनकी बेटी के साथ मदरसे में गैंगरेप हुआ है। इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।