पिछले 27 मार्च को विधानसभा घेराव के बाद जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सांसद पप्पू यादव की गिरफ्तारी वाले मामले की सीबीआई ने जांच शुरु कर दी है| इस मामले पर पीएमओ कार्यालय ने जन अधिकार पार्टी के नेशनल जनरल सेक्रेटरी को एक पत्र लिखा है जिसमें सीबीआई से इस मामले की जांच किए जाने की बात कही है| पूरे मामले पर जाप पार्टी ने पीएमओ को पत्र लिखा था और पुलिसिया कार्रवाई को गलत ठहराया था|
क्या था पूरा मामला
दरअसल सीबीआई पहले इस मामले की पहले पूरी रिपोर्ट तैयार करेगी इसका मतलब है कि अभी किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया जाएगा| बता दें कि पिछले 27 मार्च को पप्पू यादव की पार्टी की तरफ से विधानसभा घेराव कार्यक्रम में हिस्सा लेने पप्पू यादव गर्दनीबाग पहुंचे थे| पप्पू यादव के साथ कार्यकर्ताओं का हुजूम भी था|अचानक वहां पुलिस और कार्यकर्तांओं के बीच झड़प शुरु हो गई पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले छोड़े|
पप्पू यादव का आरोप
सांसद पप्पू यादव का कहना था कि पुलिस ने उन्हें मारने का प्लान बना लिया था लेकिन सीआरपीएफ की सुरक्षा के चलते वो किसी तरह बच गए| फिर जब वो मंदिरी स्थित अपने आवास पर पहुंचे तो पुलिस भी वहां पहुंच गई| पप्पू यादव का कहना था कि वो बिना वारंट के गिरफ्तारी नहीं देंगे| पुलिस के पास दिन के मामले का वारंट नहीं था,फिर रात को एक पुराने मामले में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था|
पप्पू यादव की गिरफ्तारी को उनकी पत्नी और लोकसभा सांसद रंजीता रंजन ने लोकसभा में भी उठाया था| पप्पू यादव ने भी कई पुलिसवालों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था| लोकसभा में मामला उठने के बाद कई पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया था| अब पीएमओ के निर्देश पर इस मामले की सीबीआई ने जांच शुरु कर दी है|