जी हां, अब तक आपने कई शादियां देखी होंगी। लेकिन यह शादी अपने आप में अनूठी है। इस शादी में दुल्हा भी है और दुल्हन भी लेकिन इस शादी ने पुराने रीति-रिवाजों से अलग एक नई परंपरा कायम कर दी है। यह अनोखी शादी हुई है मुंगेर में। इस शादी ने नारी शक्ति की मिसाल कायम की है। मुंगेर के प्रधान श्यामदेव मिश्र के बेटे की शादी कोलकाता के रहने वाले सुनील पाठक की बेटी रमा भारती से तय हुई। इस शादी में लड़के पक्ष ने न सिर्फ दहेज का बहिष्कार कर दिया बल्कि ऐसी व्यवस्था कायम की कि दुल्हा नहीं बल्कि दुल्हन बारात लेकर दुल्हे के घर पहुंची।
मुंगेर में आयोजित इस शादी समारोह का आयोजन किया गया। लड़की पक्ष के लोगों ने बारात के रुप में शोभायात्रा निकाली और पहुंच गए दुल्हे राजा के घर। दुल्हा लेने पहुंची दुल्हन का वर पक्ष के लोगों ने बेहतरीन स्वागत किया। इतना ही नहीं पूरे वैदिक विधि-विधान से यह विवाह संपन्न कराया गया। इस शादी की चर्चा पूरे शहर में है। सभी लोग इस अनूठी शादी और दुल्हे पक्ष की तारीफ कर रहे हैं। समाज में ऐसी शादियां विरले ही देखने को मिलती हैं। जाहिर है दहेज प्रथा औऱ दूसरे सामाजिक कुरीतियों के लिए यह विवाह किसी सबक से कम नहीं