मौका था नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षान्त समारोह का। पटना के सम्राट अशोक कंवेंशन सेंटर में आयोजित हो रहे इस समारोह में एक बेहद ही खास पल आया। यूनिवर्सिटी के 98 वर्षीय छात्र ने इतिहास रच दिया था। इस छात्र को सम्मानित कर यूनिवर्सिटी भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही थी।
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दरअसल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले तथा वर्तमान में पटना के निवासी राजकुमार वैश्य ने 98 साल की उम्र में अर्थशास्त्र से एमए का कोर्स बीते सितंबर में पूरा किया था। इससे पहले उन्होंने 1938 में आगरा विवि से अर्थशास्त्र विषय में स्नातक किया था। आगे उन्होंने 1940 में लॉ से स्नातक किया। इसके बाद पढ़ाई से टूटा नाता अब जाकर जुड़ा था।
एनओयू के दीक्षान्त समारोह में मुख्य अतिथि मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद और कुलाधिपति सह राज्यपाल सत्यपाल मलिक थे। विश्वविद्यालय ने टॉपर्स को गोल्ड मेडल दिए। साथ ही 22,100 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। लेकिन इन सब में आकर्षण का केंद्र 98 वर्षीय राजकुमार वैश्य थे। जब वे अपनी उपाधि लेने पहुंचे तो प्रशंसा की तालियों से हॉल गूंज उठा।
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यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने भी उनके उपाधि प्रदान करने को विवि के इतिहास में स्वर्णिम अवसर बताया।
इस उम्र में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल करने वाले राजकुमार ने नई पीढ़ी को जिंदगी में हमेशा कोशिश करते रहने की सलाह दी।