राजधानी पटना में वैसे तो मौका था दो-दो पुलों के उद्घाटन का लेकिन इस उद्घाटन के मौके पर राजनीति की भी बातें खूब हुईं| ये राजनीति की बात पक्ष और विपक्ष के बीच नहीं बल्कि महागठबंधन में शामिल जेडीयू और आरजेडी के बीच ही हुई| दरअसल काफी अर्से बाद लालू और नीतीश एक साथ मंच पर दिखे| तो राजनीतिक पंडितों ने कयास लगाने शुरु कर दिए कि शायद बीच में बिगड़े दोनों के संबंध फिर से अच्छे हो गए हैं | आज लालू प्रसाद का जन्मदिन भी है| सूबे के मुखिया नीतीश कुमार उनके घर पहुंचे और उन्हें जन्मदिन की बधाई भी दी|
जब पुल उद्घाटन के मौके पर नीतीश कुमार ने मंच संभाला तो उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि हमारे और लालूजी के बीच संबंध में कड़वाहट आ गयी है,लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है ये गठबंधन अटूट है और भविष्य में भी रहेगा | वहीं जब लालू प्रसाद ने संबोधन शुरु किया तो वो भी गठबंधन पर बोले बिना नहीं रह सके और कहा कि लोग पूछते रहते हैं नीतीश से संबंध ठीक है न ? पता नहीं, क्या-क्या पूछते रहते हैं ?लालू ने कहा पूछने वालों को पता नहीं है कि बिहार में महागठबंधन की सरकार मजबूती के साथ चल रही है, और विकास की राह पर अग्रसर है।लालू ने अपने अंदाज में कहा कि कुछ लोग सत्ता में आने के लिए लार टपका रहे हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं है कि महागठबंधन अटूट है।
वहीं, नीतीश कुमार ने कहा ‘पता नहीं लोगों को कहां से खबर मिल जाती है कि मेरे और लालूजी के संबंध खराब हो गए हैं। हमलोग एकजुट हैं और आगे भी एकजुट रहेंगे।’नीतीश ने कहा ‘मेरे और लालूजी में कोई खटपट नहीं है और आगे भी नहीं होगा। लोग क्या कहते हैं मैं उन पर ध्यान नहीं देता, मैं काम पर ध्यान देता हूं। कुछ लोग का काम है अफवाह फैलाना, फैलाते रहे, जनता सब जानती है।’नीतीश ने लालू यादव के जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा ‘लोग सवाल उठा रहे हैं पुल के उद्घाटन में लालू यादव को क्यों बुलाया गया, शायद वे लोग भूल गए हैं कि लालू के योगदान के कारण ही दीघा-सोनपुर रेल सह सड़क पुल का निर्माण हो सका। ‘गौरतलब है कि बिहार बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने उद्घाटन समारोह में लालू यादव के बुलाये जाने पर सवाल उठाया था।