मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में शराबबंदी,दहेज उन्मूलन जैसी सामाजिक कुरीतियों के साथ-साथ मानव तस्करी के खिलाफ भी अभियान चलाने की बात कही है| सीएम ने कहा कि शराबबंदी की तर्ज पर इस मामले में भी लोगों को जागरुक किया जाएगा| जरुरी हुआ तो इन सबके लिए बने कानून को और सख्त किया जाएगा| नीतीश कुमार ने कहा कि मानव तस्करी का सबसे बड़ा कारण क्षेत्रीय असमानता और सामाजिक विषमता है| क्षेत्रीय असंतुलन के शिकार राज्यों में ऐसी घटनाएं होती हैं और इनमें गरीब तबके को टारगेट किया जाता है| उनको बहला फुसलाकर,खासकर रोजगार दिलाने के नाम पर बाहर ले जाया जाता है उसके बाद उनपर अत्याचार किया जाता है| उन्होंने कहा कि समाज मेंं गैर बराबरी का वातारवरण जबतक बना रहेगा तबतक ऐसी समस्याएं बनी रहेंगी| मुख्यमंत्री ने कहा कि 2008 में ही नीति बनी और कार्यक्रम तैयार किए गए| श्रम और समाज कल्याण विभाग और पुलिस ने मिलकर मानव तस्करी के खिलाफ अभियान चलााय| 2012 से लेकर 2016 तक सैंकड़ों ऑपरेशन चले जिसमें 1481 बच्चों को छुड़ाया गया, और करीब एक हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया|