राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वो पीएम पद के दावेदार नहीं हैं,और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में क्षमता है इसीलिए वो पीएम हैं| उन्होंने कहा कि हमारा कोई कैंडिडेट नहीं है,कौन इसमें से दावेदार होगा ये अभी नहीं कहा जा सकता है| नीतीश कुमार ने सवालिया लहजे में कहा कि पांच साल पहले मोदीजी को कौन जानता था?लेकिन उनमें पीएम बनने की क्षमता थी इसीलिए वो आज देश के प्रधानमंत्री हैं| वहीं मुख्यमंत्री ने लालू प्रसाद की संपत्तियों के बारे में कुछ भी खुलकर बोलने से इनकार कर दिया| उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद पर जो आरोप लग रहे हैं उनका जवाब लालू प्रसाद खुद दे रहे हैं और इस बारे में उन्हें कुछ नहीं कहना है| मुख्यमंत्री ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं उसकी जांच केंद्र सरकार की एजेंसी कर सकती है, राज्य सरकार नहीं। नीतीश ने कहा कि भाजपा का काम राज्य सरकार के काम में रोड़े अटकाना है । सुशील मोदी ने जो आरोप लगाए हैं तो अगर वो सही निकलते हैं तो यह जांच का विषय होना चाहिए। इसमें कानून अपना काम करेगा।
मुख्यमंत्री ने आगे बोलते हुए कहा कि वो 2019 में होने वाले पीएम पद के चुनाव के लिए उम्मीदवार नहीं हैं, हम तो बिहार की सेवा कर रहे हैं| नीतीश कुमार ने कहा कि हम जानते हैं कि हमारी पार्टी,जेडीयू छोटी पार्टी है| आगे उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को जनसमर्थन मिला है और उनमें क्षमता है इसलिए वो प्रधानमंत्री हैं|
राष्ट्रपति चुनाव के मामले में उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए आम सहमति से निर्णय होना चाहिए। यही परंपरा रही है, अगर सहमति नहीं बनती है तो विपक्ष का अपना प्रत्याशी देना फर्ज है। नीतीश ने कहा कि वो 27 अगस्त को लालू की रैली में वो भाग लेंगे।
राज्य में शराबबंदी कीबात पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि गंगा नदी में शराब बहाना बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने कहा कि दहेज लेनेवालों के यहां शादी में नहीं जायें, तभी दहेज प्रथा से मुक्ति मिलेगी, सरकार दहेज प्रथा के खिलाफ सरकार अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी दहेज प्रथा के खिलाफ हो जाए इससे अच्छी बात क्या होगी, लेकिन कानूनी पहलू को देखना होगा। सीएम ने कहा कि जनचेतना से ही दहेज प्रथा और बाल विवाह पर रोक लग सकती है|