सूबे में जुलाई महीने से ही ऑनलाइन एफआईआर की व्यवस्था शुरु हो जाएगी| इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है|इसके लिए जरुरत के मुताबिक कंप्यूटर और कर्मचारी उपलब्ध करा दिए गए हैं| साथ ही डाटा शेयर का भी काम चल रहा है| सभी थानों को क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम से जोड़ने का काम चल रहा है| करीब सवा साल में इसे पूरा होने की उम्मीद है|
ये जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार ने दी| इस मामले में पीएम सभी राज्यों के मुख्य सचिव से जानकारी ले रहे थे| उन्होंने कहा कि देश स्तर पर सीसीटीएनएस की ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि अपराध करने वाले शख्स की पूरी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध हो|