जब दो समान विचार वाले पॉजिटिव युवाओं का मेल हो तब समाज और खासकर युवाओं के लिए कुछ बेहतर ही निकल कर आता है.आज का युवा काफी हद तक सोशल साइटों जैसे फेसबुक,ट्विटर पर निर्भर है. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो आज का युवा इन सोशल साइटों के बगैर रह नहीं सकता…वहीं इन साइटों की अगर खासियत है तो इनकी वजह से भ्रम भी बड़ी आसानी से फैलाया जा सकता है.लेकिन ऐसे भ्रम को फैलने से रोकने और पटना की पॉजिटिव चीजों को दिखाने के लिए दो युवाओं ने हाथ मिलाया है.उनका मकसद है समाज में निगेटिव चीजों के बदले सकारात्मक चीजों का प्रसार करना जिससे लोग अपने पटना की खासियत को जान सके….. पटना साइंस कॉलेज एक्चुरियल साइंस की पढ़ाई करने वाले अतुल्य गुंजन और पटना विमेंस कॉलेज में पढ़ने वाली सुचित्रा मानते हैं कि समाज में सकारात्मकता की कमी है….वो कहते हैं कि हमारे प्रदेश में प्रतिभसंपन्न युवाओं की भरमार है लेकिन उनकी सोच में सकारात्मकता की कमी है.इसी को ध्यान में रखकर इन दोनों युवाओं ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया है जहां केवल और केवल पॉजिटिविटि है.अतुल्य बताते हैं कि कुछ दिन पहले फेसबुक पर एक निगेटिव पोस्ट के वायरल होने के बाद मन में ये बात आयी कि क्यों न एक ऐसी जगह बनायी जाए जहां केवल सकारात्मक विचारों की ही जगह हो.इसके बाद से ही फेसबुक पर पेज बनाकर इस संबंध में गंभीर प्रयास शुरु हुआ.इस पेज का नाम है ‘टॉकगुड’.सुचित्रा बताती है कि उनका प्रयास देश भर के युवाओं को इससे जोड़ना है जिससे वो अपनी जिंदगी में केवल सकारात्मक विचारों को ही तरजीह दे सकें…
क्या है ‘टॉकगुड’
दरअसल टॉकगुड एक ऐसा पेज है जो पटना में हो रही केवल सकारात्मक चीजों को ही दर्शाता है.इसमें अबतक तीन वीडियो पोस्ट किए गए हैं.जिसमें ये दिखाया गया है कि कैसे युवा स्लम इलाकों के बच्चों के साथ कभी पार्क में तो कभी मॉल में समय बिताते हैं…दूसरा वीडियो एक शिक्षक का है जो इस बाजारीकरण के दौर में भी आर्थिक रुप से कमजोर छात्रों को बहुत कम पैसों में शिक्षा दे रहा है, तीसरे वीडियो के बारे में अतुल्य बताते हैं कि पटना के लोगों में ये आम धारणा है कि पुलिसवाले हमेशा अपनी वर्दी का रौब झाड़ते हैं…और कभी उचित चीजों के लिए भी पैसा देने में आनाकानी करते हैं. उन्होंने कहा कि जब हमने ये वीडियो बनाया तो हमारी धारणा भी पुलिसवालों के लिए बदल गई…..वीडियो में ये दिखाया गया है कि पुलिसवाले भी अपनी वर्दी का रौब नहीं झाड़ते….और लोगों से सामान्य व्यवहार करते हैं.