औरंगाबाद: कुटुंबा प्रखंड के बेदौलिया गांव के लोगों ने आपस में चंदा इकट्ठा कर खुद से तीन किलोमीटर सड़क की मरम्मत कर दी, वो भी महज 10 घंटे में। दरअसल शर्पदंस के बाद गाँव की हीं एक महिला को इलाज के लिए परिजन अस्पताल ले जा रहे थे। लेकिन, कीचड़ से पटी सड़क में में बोलेरो गाड़ी इस कदर फंसी कि वह निकल नहीं पाई और महिला की मौत हो गई। आगे फिर से ऐसी कोई घटना न हो इसे ध्यान रखते हुए ग्रामीणों ने उस सड़क पर रोड़े डालकर मरम्मत कर दी।
मृतका देवंती कुंवर इसी गांव की रहने वाली थी। ग्रामीणों ने श्रमदान से अंबा-नवीनगर रोड से बेदौलिया गांव जाने वाली सड़क की मरम्मत की है। यह सड़क कुटुंबा प्रखंड के तुरता मोड़ और नवीनगर प्रखंड के जयहिंद तेंदुआ को भी जोड़ती है। लेकिन बेदौलिया गांव जाने वाली सड़क का निर्माण नहीं होने से पुरैनी, परसा समेत करीब पांच गांवों का आवागमन बाधित रहता है।
महिला की मौत के बाद दूसरी जान जाए, इसीलिए ग्रामीणों ने देर नहीं की और अपनी जान बचाने के लिए फौरन फैसला लिया। ग्रामीणों ने रातो-रात चंदा इकट्ठा किया और रविवार की सुबह से मरम्मत में जुट गए। ग्रामीणों के हौसले का परिणाम ग्रामीण प्रमोद सिंह, धनंजय सिंह, संतोष सिंह, अवधेश सिंह, रंजय सिंह आदि ने बताया कि भविष्य में बीमार मरीजों समय पर अस्पताल पहुंच जाए और जर्जर सड़क में कोई फंसे।