प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियोकांफ्रेंसिंग के माध्यम से डिजिटल भुगतान समाधान e-RUPI,जो एक व्यक्ति और उद्देश्य विशिष्ट कैशलेस डिजिटल भुगतान समाधान है,लॉन्च किया। इस अवसर उन्होंने कहा कि e-RUPI वाउचर इस बात का प्रतीक है कि भारत कैसे लोगों के जीवन को प्रौद्योगिकी से जोड़कर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि यह भविष्यवादी सुधार पहल ऐसे समय में आई है जब देश स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव मना रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI), वित्तीय सेवा विभाग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा विकसित इस प्रणाली को लीक-प्रूफ कहा जा रहा है जिससे नागरिकों को गैर-हस्तांतरणीय सेवा प्राप्त होगी।
e–RUPI प्रणाली क्या है?
e–RUPI एक डिजिटल वाउचर है जिसे लाभार्थियों द्वारा किसी विशिष्ट सरकारी सेवाओं का उपयोग करने पर भुनाया जा सकता है। वाउचर को भुनाने के लिए डिजिटल सिस्टम को कार्ड, ऐप या इंटरनेट एक्सेस की आवश्यकता नहीं होती है।
डिजिटल टोकन सरकार द्वारा संबंधित नागरिकों को एसएमएसस्ट्रिंग्स या क्यूआरकोड के माध्यम से एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए उपयोग किए जाने के लिए भेजे जाएंगे।
e–RUPI एनपीसीआई के यूपीआई(UPI) प्लेटफॉर्म द्वारा संचालित होगा और इस सेवा को लगभग एक दर्जन बैंकों को जारी करने वाली संस्थाएं शामिल की हैं। इनमें निजी और सार्वजनिक दोनों तरह के बैंकिंग संस्थान शामिल हैं।
कैसे काम करेगा ये?
ये प्रणाली कॉरपोरेट द्वारा प्रदत्त सोडेक्सो कूपन कार्ड के काम करने के तरीके के समान है। बड़ा अंतर यह है कि यहां कोई कार्ड नहीं होगा। इस मामले में लाभार्थी, नागरिक को सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं के तहत लक्षित कल्याणकारी सेवाओं जैसे दवाओं और पोषण संबंधी सहायता, और चिकित्सा निदान तक पहुंचने के लिए डिजिटल वाउचर दिए जाएंगे।
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लाभार्थी को एक क्यूआर कोड या एसएमएस-स्ट्रिंग भेजा जाएगा, और लेनदेन को पूरा करने के लिए उन्हें कल्याण सेवा प्रदाता को इसे दिखाना होगा। इसमें कोई प्रिंटआउट की आवश्यकता नहीं होगी। चूंकि ये वाउचर एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए बनाए गए हैं, इसलिए इन्हें ट्रांसफर या बेचा नहींजा सकता है।
लाभार्थियों की पहचान उनके मोबाइल नंबर से की जाएगी और वाउचर को इससे जोड़ा जाएगा। डिजिटल वाउचर को केवल वही व्यक्ति भुना सकता है जिसके मोबाइल पर इसे भेजा जाएगा।
सरकार इस प्रणाली को निजी क्षेत्र के लिए भी खोलेगी ताकि वे इसे अपने कर्मचारी कल्याण या लाभ कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में उपयोग कर सकें। यदि निजी कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए e–RUPI का उपयोग करने का विकल्प चुनती हैं, तो उन्हें विशिष्ट व्यक्तियों के विवरण और जिस सेवा का वे लाभ उठाना चाहते हैं, उसके विवरण के साथ किसी एक भागीदार बैंक से संपर्क करना होगा।
क्या हैं इसके फायदे?
- e-RUPI एक कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस डिजिटल पेमेंट है।
- सेवा देने वालों और लाभार्थियों को यह डिजिटल रूप से जोड़ता है।
- विभिन्न कल्याणकारी सेवाओं की लीक-प्रूफ डिलीवरी को यह सुनिश्चित करता है।
- यह एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग-आधारित ई-वाउचर है, जो लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है।
- इस भुगतान तंत्रका प्रयोग कार्ड, डिजिटल भुगतान ऐप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बिना मात्रवाउचर को रिडीमकरके किया जा सकता है।
- प्री-पेड होने के कारण, यह समय पर भुगतान का सुनिश्चित करता है।
- किसी भी मध्यस्थ की भागीदारी को दूर करके भुगतान को अधिक सरल बनाता है।
- इन डिजिटल वाउचर का उपयोग निजी क्षेत्र द्वारा अपने कर्मचारी कल्याण और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी कार्यक्रमों के लिए भी किया जा सकता है।