नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद मोदी आज काशी पहुंचे जहां उन्होंने विश्वनाथ मंदिर में जाकर बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की। उसके बाद मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, इस जीत का श्रेत्र में जनता और कार्यकर्ताओं को दिया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव अंकगणित का नहीं केमिस्ट्री का था। पीएम ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की राजनीति में हमें अछूत समझा जाता है, जबकि हकीकत यह है कि पूरे देश में हमारा वोट प्रतिशत बढ़ रहा है।
इसे भी पढ़ें: गांधी परिवार का अमेठी किला ढहने की कगार पर…
पीएम ने कहा, ‘चुनाव परिणाम एक गणित होता है, लेकिन देश के राजनीतिक जानकारों को मानना होगा कि गणित के आगे भी एक केमिस्ट्री होती है। देश में समाज शक्ति की केमिस्ट्री, आदर्शों और संकल्पों की केमिस्ट्री किसी भी अंकगणित को पराजित कर सकती है।’ उन्होंने कहा कि राजनीतिक पंडितों को सोचना पड़ेगा कि परसेप्शन क्रिएट करने वाली कोशिशों को भी पारदर्शिता और परिश्रम से हराया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें: चुनावी नतीजों को लेकर सिलेब्स का रिएक्शन, सोशल मीडिया पर लगी ट्वीट की कतार
पीएम ने कहा, ‘हमारे लिए भी पारदर्शिता और परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। हम लोगों को लगता है कि सरकार और संगठन के बीच में तालमेल बहुत बड़ी ताकत होती है। बीजेपी ने सफलतापूर्वक इसे साकार किया है। सरकार नीति बनाती है और संगठन रणनीति बनाता है। नीति और रणनीति का तालमेल सरकार और संगठन के तालमेल का प्रतिबिंब होता है।’
इसे भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव: आंकड़ों से झूमा बाजार, सेंसेक्स 40 हजार के पार
ऐसा चुनाव सदियों तक याद किया जाएगा
उन्होंने कहा, ‘जो स्नेह और शक्ति मुझे काशी ने दी है, वैसा सौभाग्य शायद ही किसी को मिला हो। यहां लोगों ने एक प्रकार से चुनाव को लोकोत्सव बना दिया। यहां अपनत्व का भाव बहुत ज्यादा था। दूसरे दलों के जो साथी मैदान में थे, उनका भी आभार व्यक्त करता हूं। मैं सार्वजनिक रूप से अन्य उम्मीदवारों को धन्यवाद करूंगा।
मैं मीडिया जगत के साथियों का भी हृदय से अभिनंदन करता हूं। यहां जब कार्यकर्ताओं से मिलना हुआ था, तो मैंने कहा था कि भले ही नामांकन एक नरेंद्र मोदी का हुआ होगा, लेकिन चुनाव लड़ने का काम हर घर के नरेंद्र मोदी ने किया। इस पूरे चुनाव अभियान को आपने बेहतर ढंग से चलाया। इस प्रकार का चुनाव होता है तो लगता है कि अब तो जीतने ही वाले हैं। मैं कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने इस चुनाव को जय-पराजय से नहीं तोला और इसे लोक शिक्षा का पर्व माना।’