CAA और NRC को लेकर पीएम मोदी ने लोगों को समझाया इसका सही मतलब

by Mahima Bhatnagar
Pm modi

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने रजिस्टर ऑफ सिटिजन और नागरिकता संशोधन कानून पर हो रहे बवाल को लेकर रविवार को अपनी रैली में जवाब दिया। दिल्ली में रविवार को आयोजित बीजेपी की आभार रैली में पीएम ने राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर यानी एनआरसी को पूरे देश में लागू करने की बात से इनकार किया।

इसे भी पढ़ें: नागरिकता एक्ट: उत्तर प्रदेश में पथराव, लाठीचार्ज, फ्लैग मार्च

उन्होंने कहा कि साल 2014 से एनआरसी पर कोई चर्चा ही नहीं हुई है। पीएम के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के कहने पर असम में इसे लागू करना पड़ा। हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा और राज्यसभा, दोनों में ही स्पष्ट किया था कि देश में एनआरसी लागू होकर रहेगा। पीएम मोदी और अमित शाह के बयान एक-दूसरे के उलट हैं।

इसे भी पढ़ें: नागरिकता एक्ट: लखनऊ हिंसा में 150 की गिरफ्तारी, इतने जिलों में इंटरनेट सेवा ठप

एनआरसी है झूठ

 

Jamia

मोदी सरकार ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ये जो फालतु की अफवाह फैलाई जा रही है, ये सब गलत है। एनआरसी को लेकर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है। कांग्रेस वोट बैंक के लिए राजनीति करती आई है, और आज भी वो जनता को निशाना बनाकर यही कर रही है। उन्होंने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, एनआरसी पर सबसे बड़ा झूठ चलाया जा रहा है। ये कांग्रेस के जमाने में बनाया था, उस समय क्या सब सो रहे थे? हमने तो बनाया नहीं? संसद में आया नहीं? न कैबिनेट में आया है? न उसके कोई नियम कायदे बने हैं? हौआ खड़ा किया जा रहा है? और मैंने पहले ही बताया इसी सत्र में आपको जमीन और घर का अधिकार दे रहे हैं, कोई धर्म-जाति नहीं पूछते हैं.. तो कोई दूसरा कानून आपको निकाल देने के लिए करेंगे क्या? बच्चों जैसी बातें करते हो।’

इसे भी पढ़ें: CAA: लखनऊ की सड़कों पर आगजनी और बवाल

पीएम मोदी ने कहा कि, कांग्रेस एक ही बात बार-बार चीख-चीख कर कह रही है, कि कौआ कान काटकर उड़ गया और लोग कोए को देखते ही रह गए। लेकिन पहले अपना कान तो देख लीजिए की कोए ने कान काटा या नहीं? झूठ पर झूठ बोले जा रही है कांग्रेस सरकार जनता के साथ बहुत गंदा खेल रही है ये सरकार। लेकिन आपको डरने की जरूरत नहीं है, देश में रह रहे किसी भी नागरिक को कोई दिक्कत नहीं होगी।

आपको बता दें कि, इन दोनों मुद्दों को लेकर लगातार सड़कों पर और अलग-अलग राज्यों में प्रदर्शन जारी था। कहीं गाड़ियां फूंकी जा रही थी, तो कहीं पत्थराव किया जा रहा था। जिसके कारण हर तरफ आक्रोश ही आक्रोश देखने को मिल रहा था।