प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन दिनों अपने दो दिवसीय चीनी दौरे पर हैं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अनौपचारिक वार्ता के लिए प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को वुहान पहुंचे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच वैश्विक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर एक-दूसरे से सीधी बातचीत हुई।
चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में हुई इस ‘अनौपचारिक मुलाक़ात’ में शी जिनपिंग ने कहा कि “हम आने वाले समय में भारत और चीन के बीच सहयोग का तेज़ और सुनहरा भविष्य देखते हैं।”
इससे पहले शी जिनपिंग पीएम मोदी को हुबेई के म्यूज़ियम ले गए जहां चीनी कलाकारों ने भारत के प्रधानमंत्री के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम किया।
President Xi and I will exchange views on a range of issues of bilateral and global importance. We will discuss our respective visions and priorities for national development, particularly in the context of current and future international situation.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 26, 2018
चार साल में नरेंद्र मोदी का चीन का यह चौथा दौरा है। इस दो दिवसीय दौरे के दौरान उनकी छह मुलाकातें होनी हैं। हुबेई म्यूजिमय में शुक्रवार को मुलाकात के बाद अब शनिवार सुबह दोनों देशों के शीर्ष नेता झील किनारे सैर करेंगे। फिर नाव पर बैठकर बातचीत करेंगे। बताया जा रहा है कि यह अनौपचारिक शिखर वार्ता है, जिसमें बातचीत का एजेंडा पहले से लिखित नहीं है। दोनों देशों के नेताओं की ओर से किसी साझा कॉन्फ्रेंस करने की योजना के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
Delighted to meet President Xi Jinping in Wuhan. Our talks were extensive and fruitful. We deliberated on stronger India-China relations as well as other global issues. pic.twitter.com/1lfcDp4jRM
— Narendra Modi (@narendramodi) April 27, 2018
गौरतलब है कि पीएम मोदी के दौरे के पहले भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी शंघाई को-ओपरेशन ऑर्गानाइज़ेशन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीन के दौरे पर थी। उन्होंने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात भी की थी। सुषमा के दौरे को प्रधानमंत्री मोदी के दौरे की तैयारी के तौर पर देखा गया था।
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बता दे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस साल जून में भी चीन के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे शंघाई को-औपरेशन ऑर्गनाइजेशन सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में आठ देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।