शाही जीवन जीने की तमन्ना हर इंसान की होती है और एक अच्छा जीवन जीने के लिए लोग काफ़ी कोशिश भी करते हैं लेकिन ऐसे मेंब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ के पोते प्रिंसहैरी ने खुद को और अपनी पत्नी मेगनमार्कल को राज परिवार के वरिष्ठ सदस्यता से अलग कर लिया है । उनके इस फैसले से महारानी एलिजाबेथ और उनका परिवार काफी सकतेमें है । इन दोनों ने अपने इस फैसले के ऐलान करने से पहले अपने परिवार के किसी भी सदस्य से विचार-विमर्श भी नहीं किया था । सभी लोग उनके इस फैसले से उदास हैं । लेकिन प्रिंसहैरी आर्थिक रूप से निर्भर होना चाहते हैं और इसके साथ साथ वह अपना समय अपने बच्चेआर्ची के साथ व्यतीत करना चाहते हैं ।
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शाही वरिष्ठता छोड़ने का मतलब
प्रिंसहैरी और मेगनमार्कल कोरॉयलफैमिली की सदस्यता छोड़ने के बाद बहुत सारे ऐसे अधिकार हैं जो उनको अब नहीं मिल पाएंगे जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं :
- वह अब रॉयल परिवार की उपाधि रॉयलहाइनस और रॉयलहरहाइनस का उपयोग नहीं कर पाएंगे ।
- वे दोनों अब शाही कोष का प्रयोग भी नहीं कर सकेंगे ।
- विंडसरकैसल स्थित उनके घर की मरम्मत में लगभग 24 लाख का खर्चा हुआ जिसको यह दोनों दंपति वापस करेंगे।
- अब वह दोनों किसी दूसरे देश में महारानी एलिजाबेथ के प्रतिनिधि नहीं रहेंगे ।
आगे इन दोनों की क्या योजनाएं हैं-
प्रिंस हैरी अपनी पत्नी मेगनमार्कल और अपने बेटे आर्चीके साथब्रिटेन और उत्तरी अमेरिका में समय बिताएंगे । उन्होंनेअपने एक बयान में कहा था कि इस तरह वह अपने बेटे आर्चीकालालन पालन अच्छे से कर पाएंगे तथा उस पर पूरा ध्यान दे सकेंगे । इसके अलावा वह अपनीचैरिटेबल संस्था को भी लांच करने का भी सोच रहे हैं ।शायरी अपने परिवार को चलाने के लिए जॉब भी कर सकते हैं तथा मेगनमार्कल क्योंकि अभिनेत्री हैं तो वह अभिनय फिर से शुरू कर सकती हैं ।
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कौन-कौन रहेगा घर में साथ
प्रिंस हैरी और मेगनमार्कल के नए आशियाने में उनके साथ उनका बेटा आर्चीउनके साथ रहेंगे । दरअसल प्रिंसहैरी और मेगनमार्कल एक स्वतंत्र जीवन जीना चाहते थे जहां पर किसी भी तरह की कोई रोक-टोक ना हो । प्रिंसहैरी के रॉयल परिवार से ताल्लुक होने के कारण मीडिया उन पर बहुत नज़र रखता था और वह खुद को स्वतंत्र महसूस नहीं करते थे ।वहअपने शाही जीवन से ऊब गए थे औरएक स्वतंत्र जीवन जीना चाहते थे जैसे कि दूसरे लोगअपना जीवन जीते हैं ।
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