पुलवामा अटैक: 14 फरवरी को शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि

by Mahima Bhatnagar
Pulwama

नई दिल्ली। सर झुके बस उनकी शहादत में, जो शहीद हुए हमारी हिफाजत में। आज पुलवामा में हुए आतंकी हमले को 1 साल हो गए हैं। जिसमें 40 के करीब जवान शहीद हुए थे। आज पुरा देश इस हमले की पहली बरसी बना रहा है। साथ ही उन शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है, जिन्होंने इस हमले में अपनी जान गंवा दी। आज भी लोगों की आंखें नम है, और जुबा पर एक ही बात है, तिरंगा तब शान था उनका, तिरंगा अब उनकी शान कहलाता है। वतन पर मरने वालों को पूरा देश सलाम करता है। सीआरपीएफ ने भी अपने जवानों को याद किया है और लिखा’हमने भूला नहीं, हमने छोड़ा नहीं’। 14 फरवरी को जब हमला हुआ था, तब भी सीआरपीएफ ने कुछ ऐसा ही ट्वीट किया था।

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सीआरपीएफ के ट्वीट से नम हुई आंखें

शुक्रवार को CRPF ने ट्वीट कर लिखा, ‘तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं। गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं।’ आगे लिखा गया, ‘हमने भूला नहीं, हमने छोड़ा नहीं। हम अपने भाईयों को सलाम करते हैं, जिन्होंने पुलवामा में देश के लिए जान दी। हम उनके परिवारों के साथ कंधे से कंधा लगाकर खड़े हैं।’

जब CRPF ने कहा था, अपने भाईयों का बदला जरूर लेंगे

सीआरपीएफ के जवानों ने जैसा ट्वीट आज किया गया है, कुछ ऐसा ही ट्वीट 14 फरवरी को हुए हमले पर पिछले साल भी किया था। जब पूरा देश जवानों को खोने का गम मना रहा था, तब जोश भरने के लिए सीआरपीएफ ने एक ट्वीट किया था। ट्वीट में लिखा था, ‘हम भूलेंगे नहीं, हम बख्शेंगे नहीं। पुलवामा में शहीद हुए जवानों को हम सलाम करते हैं और उनके परिवारों के साथ हैं।

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पुलवामा का बदला सेना ने लिया

गौरतलब है कि पुलवामा का हमला करने वाले आतंकियों को सेना ने तुरंत मारना शुरू कर दिया था। 100 घंटे के अंदर पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड और जैश के स्थानीय आतंकी कामरान को मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद कुछ ही दिन बाद 27 फरवरी को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें सैकड़ों आतंकियों के मारे जाने का दावा किया था।

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इसके अलावा उन आतंकियों का भी खात्मा कर दिया गया, जिनका नाम पुलवामा के आतंकी हमले से जुड़ा था। इनमें आदिल अहमद डार, मुदसिर खान, कामरान और सज्जाद भट्ट जैसे नाम शामिल थे।