नई दिल्ली। 14 फरवरी को जम्मू-कश्मारी के पुलवामा में हुए आतंकी हमले ने सबको हिला कर रख दिया। यह हमला हमारे जवानों पर नहीं बल्कि हमारे दिल पर हुआ है। इस हमले से पूरा देश हैरान और गम में डूबा हुआ है। गम उन शहीदों की जान के लिए, उनके परिवारों के लिए।
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हर तरफ सिर्फ एक ही बात ‘बदला’
बदला उन जवानों के लिए जो इस हमले में शहीद हुए। बदला उस खून का जो आतंकियों ने बहाया है। उन सभी चीजों का जिसने हमें हमारे देश को दुख पहुंचाया। 37 जवानों का शहीद देश के लिए सबसे बढ़ी क्षति है। यह अबतक का सबसे बड़ा हमला है। जिसके कारण हर कोई गुस्से से आग बबुला है।
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कौन है इसका मास्टरमाइंड
जब इस हमले की खबर हर तरफ फैली तो हर किसी के जहन में बस एक ही बात थी कि, क्यों, कैसे और किसने। किसने इतने बड़े हमले को करने का सोचा। किस लिए यह हमला किया गया। क्यों हमारे जवानों को जान से मारा गया। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक हर कोई बस यही सवाल पूछ रहा है। पूछ रहा है कि, इतनी नफरत किस बात की।
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वहीं खबर इस मामले को लेकर कई खबरें कई बाते सामने आ रही हैं। किसी का कहना है कि, इस हमले के पीछे कश्मीर के युवाओं का हाथ है, वहीं जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
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क्या है जैश-ए-मोहम्मद
जैश-ए-मोहम्मद एक पाकिस्तानी जिहादी संगठन है जिसका एक ध्येय भारत से कश्मीर को अलग करना है। यह एक ऐसा संगठन है, जिसने 26/11, पठानकोट जैसे हमलो को अंजाम दिया। अब पुलवामा में बर्बरता। इस हमले को शायद ही कोई भूल पाएगा, लेकिन इसका बदला जरूर लिया जाएगा।
लोगों के दिलों में गुस्सा
इस हमले के बाद लोगों का गुस्सा आसमान पर है। लोगों का बस चले तो वो पाकिस्तान को खत्म कर दे। कई लोगों का यह भी कहना है कि, अब पाकिस्तान को बातों से नहीं हमले से समझाना होगा। इस हमले से ज्यादा बढ़ा हमला वहां होना चाहिए।