पहले प्यार,फिर रेप का केस,फिर पुलिस,फिर निखिल सहित उसके घरवालों को भी जेल लेकिन अंत में नतीजा दो दिलों का मेल, फिर समझौता| कहानी किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं लेकिन सच यही है| प्यार में विफल रहने पर लड़की ने राजधानी पटना के बड़े ऑटोमोबाइल व्यवसायी के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया और खुद को नाबालिग बताया| इस हाई प्रोफाइल इस केस में कई मोड़ आए,कांग्रेस के एक दिग्गज नेता का भी नाम आया| मामला हाइ प्रोफाइल होने के चलते पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए बड़ी कार्रवाई की| सबसे पहले निखिल प्रियदर्श की गिरफ्तारी में पुलिस ने जगह-जगह छापेमारी की लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो निखिल के बदले पुलिस ने उसके भाई मनीष को पटना से ही गिरफ्तार किया| निखिल कहीं विदेश न भाग जाए इसे लेकर बड़ा ऑपरेशन चलाया गया आखिरकर मुख्य आरोपी निखिल को उत्तराखंड से उसके पिता के साथ गिरफ्तार कर लिया| इस मामले में कांग्रेस के एक बड़े नेता का भी नाम आया और उन्हें भी आरोपी बनाया गया जिन्हें पार्टी में अपने पद से इस्तीफा भी देना पड़ा| मार्च में गिरफ्तारी के बाद निखिल बेउर जेल में बंद है लेकिन इस दौरान प्यार के जज्बात ने उफान मारी और दो बिछुड़े दिल दोबारा मिलने को बेकरार हो गए| निखिल और आरोप लगाने वाली लड़़की के बीच प्यार फिर से जिंदा होने लगा| दोनों के बीच समझौता हो रहा है ,इसकी खबर पिछले कुछ दिनों से आ रही थी| इस बीच लड़की को सिविल कोर्ट में देखा गया जिस दिन निखिल की पेशी थी कहा ये जा रहा है कि उसी दिन ही दोनों के हस्ताक्षर से कोर्ट में एक समझौता पत्र दाखिल किया गया है|
निखिल और लड़की दोनों ने खुद को बालिग बताया है,और ये भी कहा है कि अब दोनों के बीच कोई विवाद नहीं है| दोनों अपनी मर्जी से जीवनसाथी के तौर पर जिंदगी गुजारने को तैयार हैं|
हालांकि इस समझौता पत्र पर कोर्ट को अंतिम निर्णय लेना है,पर यह तय माना जा रहा है कि इसके बाद निखिल प्रियदर्शी और साथ में जेल में बंद परिजनों की जेल से रिहाई का मार्ग प्रशस्त हो गया है और दो दिल फिर से एक हो गए हैं|