नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में आए दिन नए-नए ट्विस्ट आते रहते हैं। कभी कोई पार्टी छोड़कर चला जाता है, तो कभी वहां महागठबंधन बन जाता है। इस बार वहां कुछ ऐसा हुआ जिसके कारण रालोसपा को सड़को पर उतरना पड़ा और बिहार बंद का आवाहन करना पड़ा।
उपेंद्र कुशवाह पर पुलिस-प्रशासन ने छोड़ा हाथ
दरअसल, मामला दो फरवरी का है जब पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाह शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन पुलिस जवानों ने निर्दयतापूर्वक उनकी पिटाई कर दी। इसमें उनके कई कार्यकर्ता भी घायल हो गए। लेकिन इसमें सबसे ज्यादा घायल हुए उपेंद्र कुशवाह जिनका इलाज पीएमसीएच में चल रहा है। इस मामले से गुस्साए रालोसपा ने सोमवार को बिहार बंद का आवाहन किया।
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इन लोगों ने दिया समर्थन
इतनी बढ़ी घटना के बाद रालोसपा पार्टी के लोग शांत नहीं बैठने वाले थे, उन्होंने भी पुलिस-प्रशासन का विरोध करते हुए इसे जारी रखा। इसमें उन्हें कई लोगों का समर्थन मिला जैसे-सत्यानंद प्रसाद दांगी, डॉ. कीर्तन प्रसाद सिंह, देवमुनी यादव, अरुण कुशवाहा, फजल इमाम मल्लिक आदि।दूसरी ओर राष्ट्रीय समता पार्टी ने रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर पुलिसिया लाठीचार्ज की निंदा की है। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह अलमस्त, सुरेंद्र गोप, रविशंकर, तारिणी प्रसाद ने कहा कि सरकार निरंकुश हो गई है।
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सड़कों पर हुआ हंगामा
बिहार बंद को लेकर सड़कों पर लोगों का पुलिस-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन देखने के मिला। लेकिन इस प्रदर्शन में किसी तरह की कोई हानि की खबर नहीं है।
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