सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को जज लोया मौत केस मामले में अपना फैसला साफ कर दिया है। कोर्ट ने कहा याचिका राजनीति से प्रेरित लगती है। राजनैतिक और व्यवसायिक लड़ाई कोर्ट मे नही होनी चाहिए। मामले का कोई आधार नही है, इसलिए इसमें जांच नहीं होगी। कोर्ट ने कहा लोया के साथी जजों के बयान पर विश्वास न करने की कोई वजह नही है। लोया की मौत प्राकृतिक है और उसमें संदेह की कोई गुंजाइश नहीं। यह न्यायपालिका की छवि ख़राब करने की कोशिश है। कोर्ट ने कहा कि यह मामला न्यायपालिका की अवमानना का बनता है लेकिन वे अवमानना नही कर रहे हैं।
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सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भाजपा पार्टी ने प्रेस कांफ्रेंस की। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने विपक्ष पर जम कर निशाना साधते हुए कहा कि,कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है। न्यायपालिक में राजनीति घुसाने की कोशिश की जा रही है। पिछले कुछ समय से कुछ लोग जिस प्रकार से न्याय प्रक्रिया का राजनीतिकरण कर रहें है अब उसका पर्दाफाश हो गया है।
The highest Court of the country throws out of window the lowest attempt to politicise the unfortunate heart attack of a Judge!
No doubts on the veracity of the statements of the 4 judges,says the SC!
While truth triumphs
Rahul Gandhi loses face#SCslamsCongressOnLoya— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 19, 2018
यहा राजनैतिक साजिश के तहत याचिकाएं दायर की गई। कोर्ट ने जज लोया की मौत को स्वभाविक बताया है। कांग्रेस ने राजनीतिक बदले की भावना से काम किया।