मुंगेर योग केंद्र के संस्थापकों और उसे आगे ले जाने में से एक स्वामी निरंजनानंद सरस्वती को मुंगेर के डीएम ने पद्मभूषण सम्मान सौंपा| दरअसल स्वामी निरंजनानंद सरस्वती स्वामीजी पंचागनी साधना में लीन होने के कारण पिछले 25 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में आयोजित अलंकरण समारोह में भाग नहीं ले सके थे। स्वामीजी ने ये सम्मान गुरु परंपरा को समर्पित कर दिया| इस मौके पर बोलते हुए स्वामीजी ने कहा कि ये सम्मान उन्हें नहीं,बल्कि गुरु परंपरा को मिला है| उन्होंने कहा कि ये सम्मान पाने में उनका कोई योगदान नहीं है, बल्कि उनके पहले के गुरुओं ने जो मेहनत की, और इस संस्थान को फलदार पेड़ बनाया, आज उनके ही प्रयास से वो उपजे फल का उपभोग कर रहे हैं| उन्होंने कहा कि योग का मुंगेर से देश-विदेश में प्रचार-प्रसार, यहां के स्थानीय लोगों ने भी सहयोग किया है। इस कारण यह सम्मान मुंगेर के लोगों को भी समर्पित है।
इस मौके पर स्वामीजी को सम्मान देने वाले मुंगेर के जिलाधिकारी ने भी कहा कि ये उनके लिए गौरव का क्षण है|