पटना की पॉजिटीविटी के लिए टॉकगुड करना वाकई प्रेरणादायी है। पटना साइंस कॉलेज एक्चुरियल साइंस की पढ़ाई करने वाले अतुल्य गुंजन और पटना विमेंस कॉलेज में पढ़ने वाली सुचित्रा मानते हैं कि समाज में सकारात्मकता की कमी है….वो कहते हैं कि हमारे प्रदेश में प्रतिभसंपन्न युवाओं की भरमार है लेकिन उनकी सोच में सकारात्मकता की कमी है.इसी को ध्यान में रखकर इन दोनों युवाओं ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया है जहां केवल और केवल पॉजिटिविटि है। दोनों युवाओं का प्रयास सराहनीय है। उम्मीद है इससे बिहार की राजधानी पटना में लोगों की सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिलेगा।
‘टॉकगुड’ से पटना को होगा फायदा
