पटना। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के तेवर काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं। उनके यही तेवर देखने को मिले राष्ट्रीय जनता दल के स्थापना दिवस के मौके पर। गुरूवार को उन्होंने खुद को पार्टी का सबसे सीनियर लीडर बताया। उनके इस बयान ने आरजेडी के कई नेताओं को छोटा बना दिया।
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उन्होंने स्थापना दिवस के मौके पर, कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, पार्टी के तथाकथित असामाजिक तत्वों को एक बार फिर सीमा में रहने की चेतावनी भी दी, साथ ही साथ प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे पर निशाना साधा। तेजप्रताप ने कहा, तेजस्वी दिल्ली जाएंगे, तो मैं संगठन संभालूंगा।
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कार्यक्रम में लगे तेजप्रताप जिंदाबाद के नारे
आपको बता दें कि, 22 साल पहले जब लालू यादव ने आरजेडी की स्थापना की थी, तो तेजप्रताप महज सात साल के थे। जब कार्यक्रम का शुभारंभ हो रहा था, उस समय हर तरफ से तेजप्रताप यादव जिंदाबाद के नारे लग रहे थे। इस अवसर पर तेजप्रताप यादव ने छात्र आरजेडी की हरे रंग की टोपी पहन रखी था यानी तेजप्रताप ने अपनी ब्रांडिंग का पूरा ख्याल रखा। उन्होंने कई मौकों पर बिना लाग लपेट के सीधे कहा कि आरजेडी में छात्र इकाई की उपेक्षा नहीं की जा सकती है।
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तेजप्रताप ने यह भी कहा कि कुछ लोग भाई-भाई को लड़ाना चाहते हैं, लेकिन वे (तेजप्रताव) कृष्ण हैं तो तेजस्वी अर्जुन। इस बात को ख्याल रखकर तेजस्वी यादव ने भी मंच पर तेजप्रताप के पैर छूए और आशीर्वाद लिया।
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