नई दिल्ली। ग्रहण के बारे में तो हमने हमेशा अपने बड़े बुजुर्गों से सुना है। कभी सूर्य ग्रहण के बारे में तो कभी चंद्रग्रहण के बारे में। लेकिन आज हम बात करेंगे चंद्र ग्रहण के बारे में, आपको बता दें कि इस साल सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण लगने वाला है। जी हां 27-28 जुलाई को खग्रास चंद्रग्रहण लग रहा है। जिसे 21वीं सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण बताया जा रहा है।
इसकी कुल अवधि 6 घंटे 14 मिनट रहेगी। इसके उपरांत 103 मिनट तक पूर्णचंद्र ग्रहण की स्थिति में रहेगा। यह ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा। बताया जा रहा है कि ये 27 जुलाई की रात 11 बजकर 55 मिनट से 28 जुलाई की रात करीब 3 बजकर 54 मिनट तक इसका असर रहेगा।
घट सकती हैं यह घटनाएं
बताया जा रहा है कि, इस चंद्रग्रहण का असर काफी भंयकर हो सकता है। इसके प्रभाव से भूकंप, चक्रवात, सुनामी और ज्वालामुखी विस्फोट जैसी घटनाएं घट सकती हैं।
इसके अतिरिक्त पृथ्वी की कक्षा में मौजूद विभिन्न देशों के हजारों सैटेलाइट्स इससे प्रभावित होकर बिगड़ सकते हैं।नियंत्रण खो सकते हैं। ऐसे में विश्वभर में सैटेलाइट्स सेवाएं कठिनाई में आ सकती हैं। चाहे वे संचार संबंधी हों या अन्य सुरक्षा और सुविधा संबंधी। विमान सेवा भी प्रभावित हो सकती है।
26 जुलाई 1953 को लगा था सबसे लंबा चंद्रग्रहण
आपको बता दें कि, इससे पहले 26 जुलाई 1953 को 20वीं सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण लगा था, जिसके प्रभाव से ग्रीस के केलफोनिया में लगभग 113 भूकंप आए थे। वहीं 12 अगस्त को लोनियन आइसलैंड में भी भूकंप आया था, जो विनाशकारी साबित हुआ। जिसकी तीव्रता 7.2 मापी गई थी। इसमें करीब 800 लोगों की मौत हुई थी।