डायनामाइट के आविष्कारक एल्फ्रेड नोबेल की याद में हर साल दुनिया का सबसे बड़ा साहित्य पुरस्कार ‘नोबेल अवॉर्ड’ दिया जाता है। मगर अवाम इस साल नोबेल से वंचित रहने वाली है। दरअसल स्टॉकहोम में एक साप्ताहिक बैठक में स्वीडिश एकेडमी ने इस बात की जानकारी दी कि इस साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा। नोबेल पुरस्कार देने वाली संस्था सेक्स स्कैंडल में फंस गई है। जिसके बाद 2018 में साहित्य का नोबेल देने का फैसला स्थगित कर दिया गया है। अब यह पुरस्कार 2019 में दिया जाएगा।
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दरअसल, सेक्स स्कैंडल की खबरें आने के बाद पूरी एकेडमी शर्मसार हो गई है। दुनिया में सबसे ज्यादा सम्मान और आदर के साथ देखे जाने वाले इस एकेडमी को पहली बार इस प्रकार के गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके बाद एकेडमी ने कहा कि ”यौन उत्पीड़न के आरोपों और फाइनेंशियल अपराधों के घोटालों के बाद अभी एकेडमी नोबेल पुरस्कार के लिए विजेता चुनने की स्थिति में नहीं है”
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यह है पूरा मामला
खबर यह है की , फ्रेंच फोटोग्राफर जीन क्लाउड अरनॉल्ट के कथित सेक्सुअल एब्युज को लेकर स्वीडिश एकेडमी आलोचनाओं के घेरे में है। अरनॉल्ट की शादी एकेडमी के एक पूर्व सदस्य के साथ हुई है। जिनका नाम कैटरीना फ्रॉस्टेंसन हैं और वह कवयित्री हैं। जीन क्लाउड अरनॉल्ट पर सेक्सुअल एब्युज आरोप लगने के बाद एकेडमी ने फैसला लिया कि इस साल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा । क्योंकि एकेडमी के कुछ सदस्य यह पुरस्कार को लेकर चिंतित हैं और वे इसके लिए स्थिति को सही नहीं बता रहे हैं।
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75 साल में दूसरी बार नहीं दिया जाएगा पुरस्कार
पहली बार नोबेल पुरस्कार साल 1943 में द्वितीय विश्व युद्ध की वजह से स्थगित किया गया था। अगर इस साल भी नोबेल पुरस्कार आयोजित नहीं हुआ तो 75 साल में ऐसा दूसरी बार होगा जब पुरस्कार नहीं दिया जायेगा।