नई दिल्ली। दिल्ली में छह दिन के लिए लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में अब जगह नहीं बच पा रही है। स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा जाएं और कोई भयावह त्रासदी का सामना करना पड़े, इससे पहले हमें कड़े कदम उठाने होंगे। सीएम ने कहा कि उन्होंने उप-राज्यपाल अनिल बैजल के साथ मीटिंग में हालात की समीक्षा की जिसके बाद सरकार को लगा कि अब लॉकडाउन जैसा कड़ा कदम उठाना ही होगा। उन्होंने दिल्लीवासियों से लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करने की भी अपील की।
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कोरोना की नई लहर से प्रदेश में बिगड़ते हालात के मद्देनजर आज उप-राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मीटिंग हुई। इस मीटिंग में कई उच्चस्तरीय अधिकारी भी शामिल रहे। कहा जा रहा है कि इस मीटिंग में दिल्ली में अगले सात दिनों तक चौबीसो घंटे कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया है। बहरहाल, सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीटिंग के बाद अपने संबोधन में क्या कहा, आइए जानते हैं…
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- रात 10 बजे से अगले सोमवार को सुबह 5 बजे तक छह दिन के लिए दिल्ली में लॉकडाउन लगाया जा रहा है। इस दौरान अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी। 50 लोगों के साथ शादियां भी हो सकेंगी। हमारी गुजारिश है कि लॉकडाउन का पूरा पालन करें, घर से बाहर नहीं निकलें। आपने हर बार मेरी अपील मानी है, पूरी उम्मीद है कि इस बार भी हमारा साथ देंगे।
- प्रति 10 लाख टेस्ट के लिहाज से तुलना की जाए तो दिल्ली में शायद दुनिया में सबसे ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। हमने न नए कोरोना केस के आंकड़े कम करके बताए और न ही मौतों को कम करके बताया। हमने ईमानदारी से सारी बातें बताईं, इस कारण आपने हमारा भरपूर साथ दिया।
- तीन-चार दिनों से 25 हजार के आपास केस आ रहे हैं। पॉजिटिविटी रेट बढ़ गया है। दिल्ली में बेड की भारी कमी हो गई है, आइसीयू बेड्स लगभग खत्म हो गए हैं, ऑक्सिजन भी खत्म होने की स्थिति पैदा हो रही है। दवाइयों की भी कमी हो रही है, खासकर रेमडेसिविर की। ये सब हम आपको डराने के लिए नहीं बताए। हमें आगे क्या करना होगा, इसकी चर्चा के लिए हमने ये बातें बताईं।
- अगर 25-25 हजार केस आते रहे तो कोई भी सिस्टम कॉलेप्स कर जाएगा। अगर अब हमने कड़े कदम नहीं उठाए तो हमारे अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा जाएगी। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अभी सिस्टम कॉलेप्स कर गया है, लेकिन अगर कदम नहीं उठाए तो यह हो जाएगा।
- छह दिन का बहुत छोटा लॉकडाउन लगा रहे हैं। प्रवासी मजदूरों से अपील है कि वो दिल्ली छोड़कर नहीं जाएं। हम उनकी हरसंभव कोशिश करेंगे।
लॉकडाउन में क्या-क्या बंद, क्या खुला
परिवहन और अनिवार्य सेवाओं को छोड़कर लगभग सभी गतिविधियों पर रोक लग जाएगी। हालांकि, पाबंदियों की स्पष्ट जानकारी के लिए दिल्ली सरकार गाइडलाइंस जारी करेगी। उसमें बताया जाएगा कि कर्फ्यू के दौरान कौन-कौन सी पाबंदियां रहेंगी और किन-किन सेवाओं और गतिविधियों को कर्फ्यू से मुक्त रखा जाएगा।
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?Delhi Health Bulletin – 18th April 2021?#DelhiFightsCorona pic.twitter.com/b1in7w6o7F
— CMO Delhi (@CMODelhi) April 18, 2021
लगातार बिगड़ रहे हालात
दरअसल, देश कोरोना वायरस की नई लहर से बेहाल है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली उन प्रदेशों में शुमार है जहां कोविड-19 महामारी का सबसे भयावह रूप देखा जा रहा है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार मीटिंग पर मीटिंग कर रहे हैं और हर बार कुछ-न-कुछ नए फैसले भी लिए जा रहे है। हालांकि, कोरोना का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। यही कारण है कि सीएम ने आज फिर से एक उच्चस्तरीय बैठक की।
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रविवार को 25 हजार से ज्यादा नए केस
ध्यान रहे कि दिल्ली में रविवार को 25,462 नए कोरोना मरीज सामने आए जबकि 161 मरीजों की मौत हो गई। दिल्ली में अभी पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर 29.74 प्रतिशत तक पहुंच गया है। यानी, हर 100 सैंपल की जांच में करीब 30 सैंपल पॉजिटिव मिल रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) कहता है कि पॉजिटिविटी रेट 5% के ऊपर चला जाना चिंता की बात है। दिल्ली में तो यह सीमा रेखा के 5 गुना ज्यादा हो गई है।