भूमध्य रेखा के उत्तर में रहने वालों के लिए 2021 का सबसे लंबा दिन 21 जून है। इस दिन को ग्रीष्म संक्रांति (summer solstice) कहा जाता है, जो साल का सबसे लंबा दिन होता है। सॉल्सटाइस शब्द लैटिन भाषा से आया है, जिसमें ‘सोल’ का अर्थ है सूर्य और ‘सिस्टर’ का अर्थ है स्थिर रहना। यह तब होता है जब सूर्य सीधे कर्क रेखा पर होता है, या योंकहें कि सूर्य सीधे 23.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर होता है। भारत में यह घटना सुबह करीब 9:02 बजे होगी।
चूंकि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती हैजो अपना एक चक्कर एक दिन में पूरा करती है।पृथ्वी की धुरी 23.5 डिग्री झुकी हुई है। इसी विशेष झुकाव के कारण हम लोग सर्दी और गर्मी के मौसम का एहसास कर पाते हैं।उत्तरी गोलार्ध को मार्च और सितंबर के बीच अधिक सीधी धूप मिलती है, जिसका अर्थ यह भी है कि उत्तरी गोलार्ध में रहने वाले लोग इस दौरान गर्मी का अनुभव करते हैं। शेष वर्ष, दक्षिणी गोलार्ध को अधिक धूप मिलती है।
Solstice वह समय है जब उत्तरी ध्रुव पूरे वर्ष के दौरान सूर्य की ओर सबसे अधिक सामने होता है, जो कि साल में किसी भी समय नहीं होता है।
इस दिन सूर्य से उत्तरी अक्षांश को अधिक मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती है । नासा के अनुसार, इस दिन उत्तरी अक्षांशको सूर्य से प्राप्त होने वाली ऊर्जा की मात्रा भूमध्य रेखा की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक होती है। उत्तरी गोलार्ध द्वारा प्राप्त सूर्य के प्रकाश की अधिकतम मात्रा आमतौर पर 20, 21 या 22 जून को मिलती है। इसके विपरीत, दक्षिणी गोलार्ध में 21,22 या 23 दिसंबर को सबसे अधिक धूप प्राप्त होती है जब उत्तरी गोलार्ध की सबसे लंबी रातें होती हैं या शीतकालीन संक्रांति ( winter solstice) होता है।
Ancient Vedic yearly ritual cycle (gavamayana) began on winter solstice and followed a reverse course from summer solstice. Sun on an outer level is Prana and on an inner level is Atman. Rituals were designed to attune our outer life with the inner light.
— Dr David Frawley (@davidfrawleyved) June 20, 2021
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21 जून को हमें कितने घंटे धूप मिलेगी?
ग्रीष्म संक्रांति के दौरान उत्तरी गोलार्ध में एकक्षेत्र द्वारा प्राप्त प्रकाश की मात्रा उस स्थान के अक्षांशीयस्थिति पर निर्भर करती है। भूमध्य रेखा से उत्तर की ओर जितना आगे बढ़ेंगे, ग्रीष्म संक्रांति के दौरान उतना ही अधिक प्रकाश प्राप्त होता है। आर्कटिकसर्कल में, इस दौरान सूर्य कभी अस्त नहीं होता है।
यदि बात करें भारत की तो,नई दिल्ली दिन की लंबाई 13:58:01 होगी। मुंबई में दिन की लंबाई 13:16:20 होगी। चेन्नई में दिन की लंबाई प्रमुख शहरों में सबसे कम 12:53:48 होगी।